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क्या आप भी खर्राटे से परेशान है? – हजेला हॉस्पिटल रिसर्च सेंटर

हजेला हॉस्पिटल रिसर्च सेंटर (Hajela Hospital Research Center) एक प्रमुख स्वास्थ्य सेवा संगठन हो सकता है जो खर्राटों जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज और अनुसंधान करता है। यहाँ आपको उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। हजेला हॉस्पिटल रिसर्च सेंटर के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप उनकी आधिकारिक वेबसाइट और संपर्क जानकारी का उपयोग कर सकते हैं।

खर्राटों का कारण कई विभिन्न कारकों से हो सकता है, और निम्नलिखित कुछ सामान्य कारण हो सकते हैं:

नींद की कमी: नींद की कमी एक मुख्य कारण हो सकती है क्योंकि खर्राटें आमतौर पर व्यक्ति के शरीर के लक्षण होती हैं। जब आप अपनी नींद पूरी नहीं करते हैं, तो आपके शरीर के लिए सही तरीके से आराम नहीं मिल पाता, जिससे खर्राटें आने का खतरा बढ़ता है।

मोटापा: अधिक वजन वाले लोगों में खर्राटें होने की संभावना अधिक होती है, क्योंकि अतिरिक्त मोटापा आपके ह्रदय के लिए दबाव डाल सकता है और आपके ह्रदय के साथ सांस लेने को कठिन बना सकता है, जिससे खर्राटें आ सकती हैं।

पानी पीने में कमी: अपने शरीर को पर्याप्त पानी नहीं पिलाने से खर्राटें आ सकती हैं। यदि आप दिन में पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो आपके गले के स्लेम्स और नसों में सूजन हो सकती है, जिससे खर्राटें हो सकती हैं।

अल्कोहल और निकोटीन का सेवन: अधिक अल्कोहल और निकोटीन का सेवन खर्राटों को बढ़ा सकता है। इन दोनों के सेवन से गले की मांसपेशियों में सुस्ती हो सकती है, जिससे खर्राटें हो सकती हैं।

गले में सूजन: कभी-कभी गले में सूजन, गले के अंदर के अंगों के आकर्षण को बढ़ा सकती है, जिससे खर्राटें हो सकती हैं।

यदि आप खर्राट को नियंत्रित करने के उपाय ढूंढ रहे हैं, तो निम्नलिखित कुछ सुझाव आपकी मदद कर सकते हैं:

वजन कम करें: अगर आपका वजन अधिक है, तो खर्राट की समस्या हो सकती है। वजन कम करने से खर्राट कम हो सकते हैं।

सही सोने की पोज: सही सोने की पोजिशन रखना भी मदद कर सकता है। सीधे पेट पर सोने से खर्राट कम हो सकते हैं।

नाक के आंतरिक पासाग: नाक के आंतरिक पासाग में किसी प्रकार की आवरण या रुकावट के कारण खर्राट हो सकते हैं। अगर आपकी नाक बंद हो रही है, तो नृदान नाक के आंतरिक पासाग को स्वच्छ करने के लिए नास्य सुखाकर इसकी जांच करवाएं।

नासिका कुलन: नासिका कुलन (नेती पाटी) करने से नाक के पासाग में जमे कच्चे धूल और अवशेषों को साफ करने में मदद मिल सकती है, जिससे खर्राट कम हो सकते हैं।

नियमित व्यायाम: योग और प्राणायाम के अभ्यास से गले के मांसपेशियों को मजबूती प्राप्त हो सकती है, जिससे खर्राट कम हो सकते हैं।

अपने पासाग की सफाई: नियमित बालों की सफाई करें, क्योंकि लंबे बाल नाक को बंद करने के कारण खर्राट को बढ़ा सकते हैं।

संक्षेप:

खर्राटे एक आम स्वास्थ्य समस्या हैं जो नींद को प्रभावित कर सकती हैं। इसके कारण और उपायों को समझने के बाद, आप खर्राटों को कम करने में मदद कर सकते हैं। हजेला हॉस्पिटल रिसर्च सेंटर (Hajela Hospital Research Center) जो खर्राटों जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज और अनुसंधान करता है।

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